
सितंबर माह में सब्जी की खेती के लिए गाइड – जालौन (उत्तर प्रदेश)
क्या आप जालौन, उत्तर प्रदेश के किसान हैं? सितंबर में, रामपुरा, माधोगढ़, कोंच, नदीगांव, महेवा, डकोर और कदौरा जैसे ब्लॉकों में आमतौर पर खड़ी या कटाई के लिए तैयार फसलें भिंडी, खीरा, लौकी, करेला और तोरई होती हैं। कुछ किसान टमाटर, फूलगोभी, पत्तागोभी और बैंगन के पौधों के लिए नर्सरी क्यारियाँ तैयार कर रहे हैं।
कई इलाकों में पालक, धनिया और मेथी जैसी ताज़ी पत्तेदार फसलें भी बोई जा रही हैं। सितंबर, देर से खरीफ से शुरुआती रबी की ओर संक्रमण का महीना है। जैसे-जैसे मानसून कम होने लगता है, मिट्टी नम रहती है, लेकिन बारिश अनियमित हो जाती है—इसलिए आपकी अभी की योजना अक्टूबर-नवंबर में आपके मुनाफे का फैसला करेगी।
हमने जालौन ज़िले के लिए सितंबर महीने के लिए एक किसान मार्गदर्शिका तैयार की है। इस मार्गदर्शिका में बताया गया है:
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अब कौन सी फसल बोनी चाहिए?
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नर्सरी में कौन सी फसलें उगाई जानी चाहिए और उन्हें कब रोपना चाहिए,
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कौन से बीज बिना नर्सरी के सीधे बोए जा सकते हैं, और
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यदि नर्सरी के पौधे तैयार हों तो उन्हें प्रत्यारोपित कर देना चाहिए।
आपको यह जानकारी गाइड में ब्लॉक-वार मिलेगी ताकि आप आसानी से तय कर सकें कि अपने क्षेत्र के अनुसार सितंबर में क्या करना है।
खेत आमतौर पर कैसे दिखते हैं (सितंबर की शुरुआत में)
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खड़ी/कटाई की फसलें: भिंडी, खीरा, लौकी, करेला और तुरई अभी भी खेतों में कटाई के लिए तैयार हैं।
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नर्सरी बेड: किसान समय पर रोपाई के लिए टमाटर, फूलगोभी, पत्तागोभी और बैंगन की पौध तैयार कर रहे हैं।
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ताजा पत्तेदार फसलें: पालक, धनिया और मेथी की बुवाई शुरू हो गई है, जिससे हरी सब्जियों की शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है।
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दलहन/नकदी फसलें: ऊंचे इलाकों में कुछ किसान अरहर और सोयाबीन की खेती जारी रखते हैं।
कुल मिलाकर, सितंबर की शुरुआत में, खेतों में खड़ी सब्जियां, नर्सरी, नई पत्तेदार बुवाई और दलहनी फसलों का मिश्रण दिखाई देता है।
अब क्या शुरू करें (सितंबर)
प्रत्यक्ष बुवाई (सीधे खेत में बीज):
पालक, मेथी, धनिया, मूली, गाजर और शलजम।
✅ लाभ - ये तेजी से बढ़ने वाले होते हैं और ताजी सब्जियों से तेजी से आय दिलाते हैं।
नर्सरी की तैयारी (बाद में रोपाई के लिए):
टमाटर, बैंगन, मिर्च, पत्तागोभी और फूलगोभी की नर्सरी तैयार करें। महीने के अंत तक पौधे रोपाई के लिए तैयार हो जाएँगे।
✅ लाभ - समय पर रोपाई से अच्छी उपज और बेहतर बाजार मूल्य सुनिश्चित होता है।
रोपाई (नर्सरी → मुख्य क्षेत्र):
टमाटर और मिर्च के पौधों को नर्सरी से रोपें, विशेष रूप से देर से बोई गई या संकर किस्मों को, जो ठंड को सहन कर सकें और लंबे समय तक फसल दे सकें।
चढ़ने वाली सब्जियां (यदि सिंचाई उपलब्ध हो):
लौकी, तुरई, खीरा।
✅ लाभ - निरंतर हरी सब्जी की आपूर्ति और स्थिर आय सुनिश्चित करता है।
अगेती मटर (प्रीमियम मूल्य पर):
सितम्बर के अंतिम सप्ताह में कुछ किसान अगेती मटर की बुवाई करते हैं।
✅ लाभ - देर से बोई गई मटर की तुलना में जल्दी बोई गई मटर की कीमत लगभग दोगुनी मिलती है।
👉 इस प्रकार सितम्बर माह में सीधी बुवाई, नर्सरी, रोपाई, तथा अगेती फसलों की योजना बनाकर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
आइए सितंबर में शुरुआत करें - फसल + विधि + लाभ
काटना |
रोपण कैसे करें (विधि और अंतराल) |
किसानों के लिए लाभ |
पालक |
सीधी बुवाई; पंक्तियों के बीच 20-25 सेमी की दूरी; 15 दिनों के बाद पतला करें |
25-30 दिनों में शीघ्र कटाई ; उच्च स्थानीय मांग |
मेथी |
छिटक कर या पंक्ति में बुवाई; पंक्ति अंतराल 25 सेमी |
30 दिन की फसल ; अभी हरी फसल के रूप में बेचें और बाद में बीज के रूप में |
धनिया |
भीगे/आधे कुचले हुए बीज को 25 सेमी की दूरी पर पंक्तियों में बोएं |
दोहरी आय: लगभग 25 दिनों में हरी सब्ज़ियाँ + लगभग 90 दिनों में सूखे बीज |
मूली |
सीधी बुवाई; पंक्तियों के बीच 30 सेमी की दूरी; पौधों के बीच 5-8 सेमी की दूरी रखें |
शीघ्र कटाई (40-45 दिन) ; सर्दियों में भारी मांग |
गाजर/शलजम |
एक महीन, भुरभुरी बीज क्यारी पर सीधी बुवाई ; 30 सेमी पंक्तियाँ |
अक्टूबर-नवंबर के बाजारों में अच्छी कीमत |
टमाटर (नर्सरी → प्रत्यारोपण) |
नर्सरी तैयार करें; 45 × 60 सेमी पर रोपाई करें |
उच्च मूल्य वाली फसल; शीघ्र रोपाई = बेहतर दरें |
बैंगन (नर्सरी → प्रत्यारोपण) |
नर्सरी से खेत तक 60 × 60 सेमी |
4-5 महीने तक लगातार चुनना/बिक्री |
फूलगोभी/पत्तागोभी (नर्सरी → प्रत्यारोपण) |
45 × 45 सेमी पर प्रत्यारोपण करें |
सर्दियों में मांग अधिक; जल्दी फसल = अधिक लाभ |
मटर (अगेती किस्म; सितम्बर के अंत में) |
सीधी बुवाई; 30 सेमी पंक्तियाँ; पौधों के बीच 10 सेमी की दूरी |
जल्दी बाजार में प्रवेश = प्रीमियम मूल्य (अक्सर देर से बोई गई मटर से बेहतर) |
ब्लॉक-वार स्नैपशॉट (त्वरित दृश्य)
अवरोध पैदा करना |
अभी बोएं |
प्रत्यारोपण |
कीट निगरानी |
सिंचाई युक्ति |
रामपुरा |
पालक, धनिया, मेथी, मूली |
टमाटर, फूलगोभी |
भिंडी फल छेदक, कद्दूवर्गीय पत्ती खनिक |
हर 7-8 दिन में सिंचाई करें |
माधोगढ़ |
गाजर, शलजम, पालक |
बैंगन, गोभी |
अरहर पर एफिड्स, फली छेदक |
सोयाबीन से अतिरिक्त पानी निकाल दें |
कदौरा |
धनिया, मटर (सितंबर के अंत में) |
टमाटर |
लौकी में पाउडरी फफूंदी |
ड्रिप/फरो सिंचाई का उपयोग करें |
जालौन |
मूली, पालक, गाजर |
टमाटर, मिर्च |
टमाटर फल छेदक |
नमी संरक्षण के लिए गीली घास |
उरई |
पत्तेदार साग, अगेती मटर |
टमाटर, गोभी, बैंगन |
नर्सरियों में कटवर्म |
स्प्रिंकलर/स्प्रे सिंचाई; जलभराव से बचें |
कोंच |
पालक, मेथी, मूली |
टमाटर, फूलगोभी |
भिंडी में सफेद मक्खी |
हल्की सिंचाई; जल निकासी में सुधार |
नदीगांव |
पालक, धनिया |
टमाटर, बैंगन |
साग में एफिड्स |
उथली सिंचाई; अधिक पानी न डालें |
महेवा |
गाजर, शलजम, पालक |
टमाटर |
ख़स्ता फफूंदी, फल मक्खी |
जैविक गीली घास ; साप्ताहिक सिंचाई |
डकोर |
मेथी, मूली, धनिया |
बैंगन, गोभी |
बैंगन में प्ररोह छिद्रक |
हर 4-5 दिन में नर्सरी की सिंचाई करें |
ब्लॉक-वार अनुशंसाएँ (विस्तृत)
🌾 रामपुरा ब्लॉक
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अभी बोएं: पालक, धनिया, मेथी, मूली
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प्रत्यारोपण: टमाटर, फूलगोभी
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कैसे और क्यों:
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पालक और मेथी प्रमुख फसलों के बीच 25-30 दिन की त्वरित नकदी देते हैं।
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टमाटर की शीघ्र रोपाई से अक्टूबर-नवंबर में बेहतर कीमतें मिलती हैं ।
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पालक और मेथी प्रमुख फसलों के बीच 25-30 दिन की त्वरित नकदी देते हैं।
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लाभ: त्वरित साग + जल्दी सब्जियां = अतिरिक्त आय ।
🌾 माधोगढ़ ब्लॉक
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अभी बोएं: गाजर, शलजम, पालक
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प्रत्यारोपण: बैंगन, गोभी
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कैसे और क्यों:
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गाजर/शलजम को अच्छे बीज की आवश्यकता है ; नवंबर माह में बाजार अच्छा है ।
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बैंगन की रोपाई से लंबी, स्थिर फसल मिलती है ।
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गाजर/शलजम को अच्छे बीज की आवश्यकता है ; नवंबर माह में बाजार अच्छा है ।
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फ़ायदा: स्थिर आय के लिए विविध फसलें उगाना ।
🌾 कदौरा ब्लॉक
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अभी बोएं: धनिया, मटर (सितंबर के अंत में)
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प्रत्यारोपण: टमाटर
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कैसे और क्यों:
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धनिया से साग + बीज (दोहरी आय) मिलता है।
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देर से बोई गई मटर की तुलना में अगेती मटर आमतौर पर ~ 2 गुना अधिक कीमत पर बिकती है।
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धनिया से साग + बीज (दोहरी आय) मिलता है।
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फ़ायदा: बेहतर मूल्य प्राप्ति .
🌾 जालौन ब्लॉक
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अभी बोएं: मूली, पालक, गाजर
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प्रत्यारोपण: टमाटर, मिर्च
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कैसे और क्यों:
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मूली तेज़ होती है (40-45 दिन) ।
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मिर्च की रोपाई एक उच्च-लाभ वाला विकल्प है।
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मूली तेज़ होती है (40-45 दिन) ।
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फ़ायदा: अल्पकालिक नकदी + दीर्घकालिक आय .
🌾 ओराई ब्लॉक
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अभी बोएं: पत्तेदार सब्जियां, अगेती मटर (सितंबर के अंत में)
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रोपाई: टमाटर, गोभी, बैंगन
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कैसे और क्यों:
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प्रारंभिक मटर प्रीमियम दरें लाता है .
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टमाटर + गोभी = दोहरी फसल, दोहरी आय ।
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प्रारंभिक मटर प्रीमियम दरें लाता है .
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फ़ायदा: जल्दी आगमन के साथ बाजार का नेतृत्व करें ।
🌾 कोंच ब्लॉक
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अभी बोएं: पालक, मेथी, मूली
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प्रत्यारोपण: टमाटर, फूलगोभी
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कैसे और क्यों:
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पालक और मेथी = 25-30 दिन की त्वरित सब्जियां → प्रारंभिक नकदी।
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अब प्रत्यारोपित फूलगोभी से शीघ्र शीतकालीन फसल उच्च मूल्य पर प्राप्त होती है ।
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पालक और मेथी = 25-30 दिन की त्वरित सब्जियां → प्रारंभिक नकदी।
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लाभ: तेजी से पैसा + मजबूत सर्दियों की मांग का मिश्रण ।
🌾 नदीगांव ब्लॉक
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अभी बोएं: पालक, धनिया
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प्रत्यारोपण: टमाटर, बैंगन
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कैसे और क्यों:
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पालक और धनिया = अभी तेज पत्ता + बाद में धनिया बीज ।
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टमाटर और बैंगन = फरवरी तक लंबी अवधि की फसलें ।
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पालक और धनिया = अभी तेज पत्ता + बाद में धनिया बीज ।
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फ़ायदा: निरंतर फसल चक्र - कम आय अंतराल।
🌾 महेवा ब्लॉक
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अभी बोएं: गाजर, शलजम, पालक
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प्रत्यारोपण: टमाटर
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कैसे और क्यों:
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जड़ वाली फसलें (गाजर/शलजम) नवंबर की मांग के अनुसार अच्छी होती हैं।
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सितम्बर में टमाटर की रोपाई से बेहतर उपज मिलती है ।
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जड़ वाली फसलें (गाजर/शलजम) नवंबर की मांग के अनुसार अच्छी होती हैं।
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लाभ: नकदी फसल मिश्रण से सर्दियों में अच्छा मुनाफा ।
🌾 डाकोर ब्लॉक
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अभी बोएं: मेथी, मूली, धनिया
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प्रत्यारोपण: बैंगन, गोभी
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कैसे और क्यों:
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मेथी और धनिया 25-30 दिनों में तैयार हो जाते हैं ; साग के रूप में बेचें।
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बैंगन और गोभी मध्यम अवधि में स्थिर बिक्री देते हैं।
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मेथी और धनिया 25-30 दिनों में तैयार हो जाते हैं ; साग के रूप में बेचें।
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फ़ायदा: अभी त्वरित नकदी + बाद में निरंतर आय ।
कीट निगरानी और सिंचाई युक्तियाँ
ध्यान देने योग्य प्रमुख कीट
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भिंडी: फल छेदक, सफेद मक्खी
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कद्दूवर्गीय फसलें (लौकी/खीरा): पाउडरी फफूंदी, फल मक्खी
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पत्तेदार साग: एफिड्स, कटवर्म
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टमाटर/बैंगन: फल छेदक, तना छेदक
सरल क्रियाएँ:
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हफ़्ते में दो बार निरीक्षण करें। पत्तियों के नीचे और बढ़ते हुए सिरे की जाँच करें।
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संक्रमित फलों/पत्तियों को हटा दें और नष्ट कर दें ।
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फल/छेदक कीटों के लिए फेरोमोन ट्रैप का उपयोग करें और खेतों को खरपतवारों से साफ रखें ।
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लेबल पर दिए गए अनुशंसित स्प्रे का प्रयोग केवल तभी करें जब आवश्यक हो; प्रतिरोध से बचने के लिए स्प्रे को घुमाते रहें ।
सिंचाई
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हर 7-10 दिन में हल्की सिंचाई करें (मृदा-नमी आधारित)।
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नर्सरियों में पानी का ठहराव न होने दें ; जल निकासी सुनिश्चित करें।
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नमी बचाने और खरपतवार को कम करने के लिए मल्चिंग (जहाँ संभव हो, सूखे पत्ते/भूसे/प्लास्टिक) का उपयोग करें ।
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जहां तक संभव हो, लौकी और टमाटर के लिए ड्रिप या फरो सिंचाई को प्राथमिकता दें ।
निष्कर्ष
जालौन में सितम्बर माह स्मार्ट प्लानिंग पर आधारित है :
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खड़ी कद्दूवर्गीय फसलों की कटाई समाप्त करें ।
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जल्दी पैसे कमाने के लिए पत्तेदार सब्जियां उगाना शुरू करें ।
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टमाटर, बैंगन, फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी नर्सरी फसलों को सही अंतराल पर उगाएं और रोपें ।
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उच्च बाजार मूल्य प्राप्त करने के लिए महीने के अंत में जल्दी मटर की खरीद करें ।
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कीटों पर कड़ी नजर रखें और अच्छी जल निकासी के साथ हल्की, समय पर सिंचाई करें ।
यदि आप इन चरणों का ब्लॉक-वार पालन करते हैं - नकदी प्रवाह के लिए लघु अवधि की हरी सब्जियां , स्थिरता के लिए मध्यम/लंबी अवधि की सब्जियां , और प्रीमियम के लिए समय पर शुरुआती मटर - तो आप सर्दियों के मौसम में मजबूत, स्थिर और लाभदायक रूप से प्रवेश करेंगे ।