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बरेली(उत्तर प्रदेश) में सब्जियों के बीज ऑनलाइन खरीदें

बरेली में सब्जियों के बीज खोज रहे हैं? अब आप उच्च-गुणवत्ता वाले , F1 हाइब्रिड बीज ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं और उन्हें सीधे अपने घर मँगवा सकते हैं। बरेली (उत्तर प्रदेश) के 1,000 से ज़्यादा किसानों द्वारा विश्वसनीय , हमारे बीज बेहतर अंकुरण, ज़्यादा उपज और किफ़ायती दामों की गारंटी देते हैं।

बरेली के किसान मानसरोवर सीड्स पर भरोसा क्यों करते हैं?

  • उच्च अंकुरण दर - बरेली (यूपी) मिट्टी की जलवायु के लिए परीक्षण किए गए बीज।
  • सस्ती कीमतें - उत्पादक से सीधी आपूर्ति, कोई बिचौलिया नहीं।
  • जालौन में त्वरित डिलीवरी - ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों में कहीं भी, 5-7 दिनों के भीतर अपने बीज प्राप्त करें।
  • निःशुल्क बुवाई गाइड - बरेली के किसानों के लिए महीने-दर-महीने फसल कैलेंडर।
  • स्थानीय विशेषज्ञ सहायता - मार्गदर्शन के लिए हमारे कृषि विशेषज्ञों को कॉल या व्हाट्सएप करें।

👉 "क्या आप पूरे साल के बुआई कैलेंडर की तलाश में हैं? बरेली में सब्जियों के बीज - साल भर की गाइड देखें " लिंक है https://mansarovarseeds.in/blogs/bareilly-UP-vegetable-sowing-guide

📅 महीनेवार बुवाई गाइड – बरेली के किसान

बरेली में हर महीने कौन सी सब्ज़ियाँ लगानी हैं, यह आसानी से पता करें। बुवाई के सुझाव, सर्वोत्तम फसलें और स्थानीय मार्गदर्शन के लिए नीचे क्लिक करें:

🛍️ बरेली में सब्जियों के बीज ऑनलाइन कैसे ऑर्डर करें

  1. 📱 हमारे ऑनलाइन स्टोर से बीज ब्राउज़ करें और चुनें
  2. 🧾 अपना ऑर्डर ऑनलाइन या कॉल/व्हाट्सएप के माध्यम से दें
  3. 🚚 बरेली के गाँवों और कस्बों में 2-4 दिनों में डिलीवरी प्राप्त करें
  4. 🌿 हमारे निःशुल्क फसल कैलेंडर और विशेषज्ञ सुझावों की सहायता से बुवाई शुरू करें

❤️ बरेली के किसानों के प्रशंसापत्र

“यहां से बीज लेने के बाद फसल काफी अच्छी हुई।” - [गांव का नाम], [ब्लॉक का नाम]

“बढ़िया बीज हैं, कम खर्चे में ज्यादा फायदा।” - [गांव का नाम], [ब्लॉक का नाम]

🌍 क्या आप बरेली में किसान हैं और ऑनलाइन बीज खरीदना चाहते हैं?

हम बरेली के किसानों को उनकी भूमि के लिए सही सब्जी के बीज चुनने में मदद करते हैं, जिससे उनकी सामर्थ्य बढ़ती है, कीटनाशकों का उपयोग कम होता है और मुनाफा बढ़ता है।

  • बरेली के लिए ब्लॉकवार बुवाई की सिफारिशें
  • सही बुवाई/रोपाई का समय
  • रोपण दूरी और विधियाँ
  • अपेक्षित फसल और बिक्री अवधि

📲 अभी भी उलझन में हैं? हमें सीधे व्हाट्सएप करें और हमारे कृषि विशेषज्ञों से निःशुल्क मार्गदर्शन प्राप्त करें।

📍 बरेली फसल पैटर्न (कृषि विज्ञान केंद्र, केवीके अनुशंसा)

कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) बरेली की सिफारिशों के आधार पर, निम्नलिखित फसल पैटर्न आमतौर पर देखे जाते हैं:

खरीफ फसलें: [खरीफ फसलों की सूची, जैसे, धान, मक्का, बाजरा]

रबी फसलें: [रबी फसलों की सूची, जैसे, गेहूं, सरसों, आलू]

जायद फसलें: [जायद फसलों की सूची, जैसे, तरबूज, खरबूजा, खीरा]

आमतौर पर उगाई जाने वाली सब्जियाँ: [सब्जियों की सूची बनाएँ, जैसे, टमाटर, बैंगन, मिर्च]

जिला बरेली के [ब्लॉक नाम 1], [ब्लॉक नाम 2] जैसे बाढ़-प्रवण क्षेत्रों में, [विशिष्ट फसल या विधि का सुझाव दें] पर विचार करें।

🗓️ बरेली के किसानों के लिए सब्जी फसल कैलेंडर

महीना सर्वोत्तम फसलें नोट्स
जनवरी टमाटर, बैंगन, मिर्च (नर्सरी), प्याज (रोपण), मटर (देर से) पाले से बचाएँ
फ़रवरी टमाटर, बैंगन, मिर्च (नर्सरी), प्याज (रोपण), मटर, लौकी (अगेती), करेला (अगेती), खीरा (अगेती), तरबूज (अगेती), खरबूजा (अगेती) नर्सरी बेड तैयार करें, आवश्यकतानुसार सिंचाई करें
मार्च लौकी, करेला, खीरा, तरबूज, खरबूजा, भिंडी (अगेती), चौलाई, पालक, लोबिया (अगेती) सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण
अप्रैल भिंडी, चौलाई, पालक, लोबिया, लौकी, करेला, खीरा सिंचाई, कीट और रोग प्रबंधन
मई भिंडी, चौलाई, पालक, लोबिया, स्पंज लौकी, तुरई गर्मी सहन करने वाली किस्मों पर ध्यान दें, नियमित रूप से पानी दें
जून भिंडी, लोबिया, लौकी, तुरई, लौकी (देर से पकने वाली), करेला (देर से पकने वाली) मानसून की फसलों की तैयारी शुरू करें, अच्छी जल निकासी सुनिश्चित करें
जुलाई भिंडी, लोबिया, लौकी, करेला, खीरा (देर से पकने वाला), स्पंज लौकी, तुरई, क्लस्टर बीन जलभराव का प्रबंधन, कीट और रोग निगरानी
अगस्त भिंडी, लोबिया, क्लस्टर बीन, टमाटर (नर्सरी), बैंगन (नर्सरी), मिर्च (नर्सरी), फूलगोभी (अगेती नर्सरी), पत्तागोभी (अगेती नर्सरी) कीटों और बीमारियों की निगरानी करें, सर्दियों की फसलों के लिए नर्सरी तैयार करें
सितम्बर टमाटर (नर्सरी), बैंगन (नर्सरी), मिर्च (नर्सरी), फूलगोभी (नर्सरी), पत्तागोभी (नर्सरी), मूली, गाजर, पालक सर्दियों की सब्जियों के लिए बीज क्यारियाँ तैयार करें
अक्टूबर फूलगोभी, पत्तागोभी, मूली, गाजर, पालक, मेथी, मटर (अगेती), प्याज (पौधे) पौधों को रोपें, पर्याप्त धूप प्रदान करें
नवंबर फूलगोभी, पत्तागोभी, मूली, गाजर, पालक, मेथी, मटर, प्याज (पौधे), लहसुन खरपतवार नियंत्रण, आवश्यकतानुसार सिंचाई
दिसंबर टमाटर, बैंगन, मिर्च (नर्सरी), प्याज (पौधे), मटर, आलू शीत लहरों से बचाव करें, कीटों और बीमारियों पर नज़र रखें

🌱 सरल बुवाई तालिका – बरेली, (उत्तर प्रदेश)

काटना तरीका बीज दर* अंतर बुवाई खिड़की पहली फसल
टमाटर नर्सरी → प्रत्यारोपण 100–120 ग्राम/एकड़ 60 × 45 सेमी जनवरी-फरवरी, जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर 70–90 दिन
भिंडी सीधी बुवाई 8–10 किग्रा/एकड़ 45 × 30 सेमी फरवरी-मार्च, जून-जुलाई 50-60 दिन
बैंगन नर्सरी → प्रत्यारोपण 200-250 ग्राम/एकड़ 60 × 60 सेमी जनवरी-फरवरी, जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर 60-70 दिन
मिर्च नर्सरी → प्रत्यारोपण 150-200 ग्राम/एकड़ 45 × 45 सेमी जनवरी-फरवरी, जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर 70-80 दिन
फूलगोभी नर्सरी → प्रत्यारोपण 300-400 ग्राम/एकड़ 45 × 45 सेमी सितम्बर-अक्टूबर 60-75 दिन
पत्ता गोभी (पत्ता गोभी) नर्सरी → प्रत्यारोपण 300-400 ग्राम/एकड़ 45 × 45 सेमी सितम्बर-अक्टूबर 60-70 दिन
मटर सीधी बुवाई 80-100 किग्रा/एकड़ 30 × 10 सेमी अक्तूबर-नवंबर 60-70 दिन
पालक सीधी बुवाई 10-12 किग्रा/एकड़ 20 x 5 सेमी सितंबर-अक्टूबर, फरवरी-मार्च 30-40 दिन
मूली सीधी बुवाई 8-10 किग्रा/एकड़ 30 × 5 सेमी सितंबर-अक्टूबर, जनवरी-फरवरी 25-30 दिन
गाजर सीधी बुवाई 5-6 किग्रा/एकड़ 30 × 5 सेमी सितम्बर-अक्टूबर 70-80 दिन
प्याज़ नर्सरी → प्रत्यारोपण 8-10 किग्रा/एकड़ 15 × 10 सेमी अक्तूबर-नवंबर 120-130 दिन

ब्लॉक-वार बुवाई की सिफारिशें – बरेली जिला, उत्तर प्रदेश

1. बरेली, भदपुरा, फतेहगंज पश्चिमी (गहन सिंचित क्षेत्र)

  • खरीफ (जून-अक्टूबर):
    • धान (उच्च उपज वाली किस्में), मक्का, अरहर, उड़द
  • रबी (अक्टूबर-मार्च):
    • गेहूं (उन्नत किस्में), सरसों, आलू, चना
    • सब्ज़ियाँ: टमाटर, आलू, प्याज, लहसुन, पत्तागोभी, फूलगोभी
  • ज़ैद (मार्च-जून):
    • भिंडी, खीरा, लौकी, करेला, मूंग, सूरजमुखी

👉 अनुशंसा: रबी के दौरान उच्च मूल्य वाली सब्जी की खेती के लिए गहन सिंचाई सुविधाओं का लाभ उठाएं और बेहतर रिटर्न और मृदा स्वास्थ्य के लिए धान और गेहूं के साथ-साथ दलहन और तिलहन में विविधता लाएं।

2. क्यारा, शेरगढ़ (नहर सिंचित, मध्यम वर्षा)

  • खरीफ (जून-अक्टूबर):
    • धान (मध्यम अवधि), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली
  • रबी (अक्टूबर-मार्च):
    • गेहूं, जौ, सरसों, चना, मसूर
    • सब्जियाँ: मटर, गाजर, मूली, पालक
  • ज़ैद (मार्च-जून):
    • तरबूज, खरबूजा, खीरा, लौकी, भिंडी, मूंग

👉 सिफारिश: सब्जी की खेती में ड्रिप सिंचाई जैसी जल-कुशल सिंचाई प्रथाओं को बढ़ावा दें और मिट्टी की उर्वरता में सुधार के लिए खरीफ के दौरान मक्का या ज्वार के साथ दालों (जैसे मूंग) की अंतर-फसल पर विचार करें।

3. आंवला, रामनगर (अपेक्षाकृत कम सिंचित, हल्की मिट्टी)

  • खरीफ (जून-अक्टूबर):
    • बाजरा (बाजरा), ज्वार (ज्वार), अरहर, तिल, ग्वार (ग्वार)
  • रबी (अक्टूबर-मार्च):
    • जौ, चना, सरसों, मसूर, मटर
    • सब्जियाँ: मूली, गाजर, पालक, मेथी
  • ज़ैद (मार्च-जून):
    • भिंडी, ग्वार, तरबूज, खीरे

👉 अनुशंसा: खरीफ में बाजरा और ग्वार जैसी सूखा-सहिष्णु फसलों पर ध्यान केंद्रित करें। स्थायी आय के लिए मृदा और जल संरक्षण तकनीकों को लागू करें और पशुपालन को एकीकृत करें।

4. मीरगंज (मीरगंज), नवाबगंज (नवाबगंज) (नदी की मिट्टी, बाढ़ प्रवण क्षेत्र)

  • खरीफ (जून-अक्टूबर):
    • धान (बाढ़-सहिष्णु किस्में), मक्का (कम अवधि), गन्ना
  • रबी (अक्टूबर-मार्च):
    • गेहूं (देर से बोई जाने वाली किस्में), सरसों, आलू, मसूर
    • सब्ज़ियाँ: आलू, प्याज, लहसुन, सरसों का साग
  • ज़ैद (मार्च-जून):
    • भिंडी, खीरा, लौकी, मूंग

👉 सिफ़ारिश: बाढ़-रोधी कृषि पद्धतियों को अपनाएँ और कम अवधि वाली धान की किस्मों की खेती करें। रबी के दौरान, जब बाढ़ का जोखिम कम होता है, सब्जी फसलों के साथ विविधीकरण को बढ़ावा दें और उचित जल निकासी प्रबंधन पर ध्यान दें।

View some farms we’ve planted

Ramesh

Ramesh

Sonipat,Haryana

Mahesh

Mahesh

Mahoba,Uttar Pradesh

Bharat Singh

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Jabalpur, Madhya Pradesh

Krishan

Krishan

Kanpur, Uttar Pradesh

Ramesh

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Sonipat,Haryana

Jamalpur

Jamalpur

Jamalpur, Uttar Predesh

Abhishek

Abhishek

Jamalpur, Uttar Prdesh

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